मार्च 9, 2010
मेरी कलम टूट गई
मैंने बात झूट कही,
मेरी कलम टूट गई|
अच्छा ही हुआ शायद,
ये आदत भी छूट गई|
मेरी कलम टूट गई…
मेरी हमराह थी वो,
मुझसे ही रूठ गई|
मेरी कलम टूट गई…
ख्वाबों का था खज़ाना एक,
जिंदिगी उसे लूट गई|
मेरी कलम टूट गई…