नवम्बर 22, 2010
मुश्किल
तुझको भुलाना भी मुश्किल,
तुझसे दूर जाना भी मुश्किल|
तेरे पास आना भी मुश्किल,
कहीं और जाना भी मुश्किल|
आशियाना भी मुअम्मा हुआ,
दीवार सजाना भी मुश्किल,
दीवार गिराना भी मुश्किल|
तुझसे दूर जाना भी मुश्किल…
यूँ रूठा है मेरा अक्स मुझसे,
आँख मिलाना भी मुश्किल,
आँख चुराना भी मुश्किल|
तुझसे दूर जाना भी मुश्किल…
नाज़ुक है तासीर ए ज़ख्म,
हाथ लगाना भी मुश्किल,
हाथ छुड़ाना भी मुश्किल|
तुझसे दूर जाना भी मुश्किल…
अजब हाल है बेखुदी में ‘वीर’,
तुझको हसाना भी मुश्किल,
तुझको रुलाना भी मुश्किल|
तुझसे दूर जाना भी मुश्किल…